Jai Pal Singh

Jai Pal Singh

Hausla Fir Bhi Buland Hai (Hindi Edition)

Hausla Fir Bhi Buland hai
जय पाल की दूसरी पुस्तक हौसला फिर भी बुलंद है”

यह पुस्तक पाठकों को एक ऐसी गली में वापस ले जाती है, जहाँ वे पहले से चल रहे जीवन के अनमोल पलों को नए रूप और अंदाज में जी सकते हैं। जय पाल ने अपनी कविताओं के माध्यम से जीवन की सूक्ष्म भावनाओं और उन अनकहे पलों को उकेरने की कोशिश की है, जो हमारे दिल और आत्मा के गहरे कोनों में छिपे होते हैं।

हौसला फिर भी बुलंद है” एक ऐसा संग्रह है जो जीवन के कठिनाईयों, उतार-चढ़ावों और अनिश्चितताओं को सामने रखता है, फिर भी सकारात्मकता और आत्मविश्वास से भरे हुए जज्बे को बनाए रखने का संदेश देता है। यह काव्य संग्रह जीवन के उन अनमोल पलों को छूता है, जिनके साथ हम अक्सर रोज़मर्रा की भागदौड़ में अनदे खी कर जाते हैं। जय पाल के अनुसार, यह पुस्तक उन पात्रों से प्रेरित है जिनके पास जीवन में कुछ भी नहीं होते हुए भी उनका हौसला और जज्बा बुलंद रहता है, और वे दुनिया के लिए प्रेरणास्त्रोत बन जाते हैं।

जय पाल के लिए लेखन ध्यान की एक ऐसी अवस्था है, जहाँ उन्हें परमसुख का अनुभव होता है और ईश्वर के निकट होने का एहसास होता है। इस पुस्तक की कविताएँ और छंद अधिकतर अकस्मात ही रचे गए हैं, जिनमें बिना किसी बनावट के, जिंदगी के गहरे अनुभवों और भावनाओं को संजोया गया है। इन रचनाओं में एक अनूठी खुशबू है, जो पाठकों की आत्मा को मंत्रमुग्ध कर देती है।

पुस्तक के कुछ प्रमुख छंदों में जीवन की असंगति, विविधता, और संघर्ष को इतनी सहजता से प्रस्तुत किया गया है कि वे हर पाठक को जीवन के कठिन मोड़ों पर भी हौसले से आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। जय पाल की लेखनी न केवल दिल को छूती है बल्कि उसे गहराई से झकझोरती भी है, जिससे हर एक पाठक अपने भीतर छिपे एहसासों को पहचानने लगता है।

पुस्तक में जय पाल एक खास विनम्रता के साथ यह स्वीकार करते हैं कि असली रचनाकार ईश्वर हैं, और वे सिर्फ उनके निर्देशानुसार कलम चलाने का कार्य कर रहे हैं। उनका मानना है कि जीवन में जो कुछ भी हमें मिला है, उसका जश्न मनाना चाहिए और जो नहीं मिला, उसके बारे में बाद में सोचना चाहिए।

हौसला फिर भी बुलंद है” न केवल एक काव्य संग्रह है, बल्कि यह जीवन को जीने की एक दृष्टि है, एक प्रेरणा है कि चाहे परिस्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो, हमें अपने हौसले को बनाए रखना चाहिए। यह पुस्तक उन पाठकों के लिए है जो जीवन के संघर्षों से जूझ रहे हैं और उन्हें एक नए दृष्टिकोण और साहस की आवश्यकता है।

Check out Video Trailer of the book

The book is available on Paperback and Ebook Format
Book can be order from here

Book is also available worldwide here is the link to order from different countries

Book review By Neha Janpandit

Book review Published at Various platforms

asian
The Asian Literature
literatureitime
The Rise Insight
book review cafe
Book Review Cafe

Press Release on Media Channels

ANI
ANI
The Print
The Print
The Tribune
The Tribune